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Showing posts from October, 2018

जिस पत्थर से 30 साल तक दरवाजा बंद किया, वह उल्कापिंड निकला; कीमत 74 लाख रुपए

वॉशिंगटन. अमेरिका के मिशिगन में रहने वाला एक व्यक्ति 30 साल तक 10 किलो के एक पत्थर के टुकड़े को अड़ाकर दरवाजा बंद करता रहा। अब पता चला कि यह उल्कापिंड है। इसकी कीमत 1 लाख डॉलर (करीब 74 लाख) आंकी गई है। उसे यह उल्कापिंड उस वक्त उपहार के तौर पर मिला था, जब 1988 में उसने अपनी संपत्ति बेची थी। उल्कापिंड के पुराने मालिक ने बताया कि 1930 के दशक की एक रात उन्हें यह पत्थर खेत में खुदाई के दौरान मिला। वह गर्म था। नए मालिक ने कहा- मुझे यह प त्थर ठीकठाक आकार का लगा। लिहाजा, मैं इसका इस्तेमाल दरवाजे में अड़ाने के लिए करने लगा। हाल ही विचार आया कि क्यों न इसकी कीमत पता की जाए। पत्थर की असलियत से अनजान व्यक्ति उसे मिशिगन यूनिवर्सिटी ले गया। यहां जियोलॉजी की प्रोफेसर मोनालिसा सर्बेस्कु इसका इसका आकार देखकर चौंक गईं। उन्होंने पत्थर का एक्सरे फ्लोरोसेंस से परीक्षण कराने का फैसला किया। जांच में पता चला कि इस पत्थर में 88% लोहा, 12% निक ल और कुछ मात्रा में भारी धातुएं इरीडियम, गैलियम और सोना भी है। मोनालिसा ने पत्थर का अंश वॉशिंगटन के स्मिथसोनियन इंस्टीट्यूट भेजा, जहां इसके उल्कापिंड होन

घूमने के मामले में भारतीय दुनिया में नंबर-1, लेकिन छुटि्टयों में भी नहीं छोड़ते फोन का साथ

इंटरनेशनल डेस्क. छुटि् टयों के दौरान घूमने -फिरने के मामले में भारतीय पूरी दुनिया में अव्वल हैं। हालांकि, छुटि्टयों के वक्त भी वे फोन से आजादी नहीं ले पाते। महज 54% लोग ही छुटि्टयों में फोन को खुद से दूर रख पाते हैं। वहीं, छुटि्टयों का सही इस्तेमाल करने के मामले में सऊदी अर ब के लोग सबसे ज्यादा आगे हैं। यह बात मार्केट रिसर्च कंपनी आईपीएसओएस आईपीएसओएस ने इस सर्वे के लिए 27 देशों के लोगों से बातचीत की। इस दौरान लोगों से तीन विषयों पर बात की गई। पहला विषय घर के बाहर छुटि्टयां बिताने का था। दूसरा छुटि्टयों के सही इस् तेमाल का। वहीं, तीसरे विषय में लोगों से पूछा गया कि क्या वे छुटि्टयों के दौरान मोबाइल फोन  का इस्तेमाल छोड़ पाते हैं। की 2018 की रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के 61% लोग सालभर की अपनी कुल छुटि्टयों में से एक हफ्ता घर के बाहर बिताते हैं। इस मामले में भारतीय सबसे अव्वल हैं । 83% भारतीय छुटि् टयां बिताने के लिए बाहर जाने को तवज्जो देते हैं। वहीं, दुनिया के सबसे खुशहाल देश स्वीडन के 69% लोग ही बाहर घूमने का प्लान बना पाते हैं। छुटि्टयों के दौरान