केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान होंगे भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार

भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने मंगलवार को कहा कि पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा में पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में ओडिशा कैडर की आईएएस अधिकारी अपराजिता सारंगी के भगवा पार्टी में शामिल होने के बाद ओराम ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी
    
ओराम ने कहा, “धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। हम उनके नेतृत्व में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। हमारा लक्ष्य नवीन पटनायक को सत्ता से बेदखल करना और राज्य में गैर ओडिया नौकरशाहों के शासन को खत्म करना है।” सारंगी के भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री ने कहा कि वह पार्टी में प्राथमिक सदस्य के तौर पर शामिल हुई हैं।
    
पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं - राउरकेला के विधायक दिलीप रे और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बिजय महापात्रा के भाजपा से इस्तीफा देने की अटकलों पर ओराम ने कहा कि यदि वह ऐसा करते हैं तो उनका जाना पार्टी के लिए “बड़ा नुकसान” होगा। 
पूर्व आईएएस अधिकारी अपराजिता सारंगी भाजपा में शामिल
पूर्व आईएएस अधिकारी अपराजिता सारंगी मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गई। अपराजिता सारंगी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में दिल्ली में पार्टी में शामिल हुई। धर्मेन्द्र प्रधान ने ट्वीट किया कि ओडिशा से पूर्व आईएएस अधिकारी आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुई । 
उन्होंने कहा, '' मैं पार्टी में उनका स्वागत करता हूं । प्रशासन खास तौर पर स्कूलों को बेहतर बनाने और समग्र शिक्षा के क्षेत्र में उनके अनुभव का ओडिशा को लाभ होगा। उल्लेखनीय है कि अपराजिता 1994 बैच की आईएएस अधिकारी रही हैं।भाजपा के साथ जुड़ने के बाद सारंगी ने कहा कि वह बड़े स्तर पर लोगों के लिए काम करना चाहती हूं । राजनीति एकमात्र ऐसा मंच है, जहां इस तरह काम करने का मौका मिलता है। 
उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि राजनीति में सक्रिय होने पर मुझे ज्यादा बड़ा मंच मिलेगा और ओडिशा के लोगों के लिए और ज्यादा बेहतर तरीके से काम कर सकूंगीउत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 की संशोधित फाइनल आंसर की 30 नवंबर को जारी की जाएगी। इससे पहले जारी की गई आंसर पर ई-मेल से ऑनलाइन हाजरों आपत्तियां दर्ज कराई गई। हालांकि अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन सूत्रों की मानें तो कहा जा रहा है कि यूपीटीईटी प्राथमिक परीक्षा के कुछ सवालों के जवाबों में संशोधन हो सकता है।
आपको बता दें कि विषय विशेषज्ञों की समिति गठित कर 29 नवंबर तक आपत्तियों का निस्तारण कराया जाएगा। समिति की रिपोर्ट पर उत्तरमाला को अपडेट करते हुए 30 नवंबर को फिर से वेबसाइट पर अपलोड करेंगे।  सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी का कहना है कि संशोधित उत्तरमाला पर किसी प्रकार की आपत्ति स्वीकार नहीं की जाएगी। उसके आधार पर 8 दिसंबर को परीक्षा का परिणाम घोषित किया जाएगा।
आपको बता दें कि परीक्षा 2018 में करीब 17 लाख छात्र बैठे थे। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 की पहली शिफ्ट का एग्जाम सुबह 10 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक हुआ था। पहली शिफ्ट का एग्जाम उन आवेदकों के लिए था जो उत्तर प्रदेश के मान्यता प्राप्त विद्यालयों में पहली से पांचवी कक्षा तक पढ़ाना चाहते हैं। वहीं परीक्षा का दूसरा सेशन दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक था। दूसरी शिफ्ट का एग्जाम उन कैंडिडेट्स के लिए था जो VI से VIII कक्षा तक पढ़ाना चाहते हैं। अभ्यर्थियों की मानें तो टीईटी के अधिकांश प्रश्न स्पष्ट नहीं हैं। जिस कारण परीक्षा नियामक की ओर से जारी उत्तरकुंजी में दिए गए उत्तर विवादित हैं। इसलिए उन सभी प्रश्नों के समान अंक दिए जाएं ताकि अभ्यर्थियों को कोर्ट की शरण न लेनी पड़े ।

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